चिन्टु ने भाभी की बहन की जमके ली

चिन्टु ने भाभी की बहन की जमके ली

 इस कहानी में सारे चरित्र काल्पनिक हैं। वास्तब से मिलने की संभाबनाये बिल्कुल ही काकतैलीय हैं।

बलत्कार करना एक पाप है। ये वो लोग करते है जिनकी ओकात नही किसी औरत को पटाने कि।

चिन्टु एक गाउन का नौजबान है। उसकी उम्र है करीब २१ साल। गाउँ के सारे लोग उसे बोहोत पसंद करते है। किउंकि वो बोहोत मेहनती है और सबकी बोहोत सहायता करता है। पर वो जितना सीधा दिखता है उतना सीधा है नही। एक नम्बर का ठरकी लौंडा है ये चिन्टु। भाभियोकी कमर और दुध देख कर मुठ मारना, सुहागरात के कमरे में चुदाई देखना चुपके से खिड़की या छत पे चढ़के, चाचियो को भी नही छोड़ता। चिन्टु की जिंदगी में अक्सर कुछ ना कुछ चुदाई की घटनाएं होती रहती है। चिन्टु एक सुदर्शन पुरुष है। उसकी लंबाई है करीब ६ फुट और छाती है करीब ५५ इंच। और रंग है हल्का साँवला। मतलब की जैसा मर्द देखकर ओरते फिदा होती है वैसा शरीर है उसका। और लैंड है ६ इंच लंबा और देर से दो इंच मोटा।आज मैं आपको चिन्टु और उसके बड़े भाई की साली की चुदाई कहानी बताऊंगा। ये कहानी उस वक़्त की है जब चिन्टु के बड़े भाई की शादी होने वाली थी। चिन्टु, उसकी माँ, उसके पिताजी, उसके बड़े भाई और उसकी बहन घरके बड़े बेटे का रिश्ता पक्का करने गए थे। उनको चिन्टु की भाभी बोहोत पसंद आई थी। और उनसबने इस रिश्ते को हा कर दी। उसकी होने वाली भाबी बोहोत खूबसूरत और चुडैल औरत थी। बोहोत बरे दूध, पतली कमर और बड़ी गांड। उसको देखकर तोह चिन्टु का लैंड खड़ा हो गया। और लाल शारी में तोह वो और भी सेक्सि लग रही थी। चिन्टु के बड़े भैया एक शरिफ इंसान है। और वो सरकारी नौकरी भी करते हैं। चिन्टु अपने बड़े भाई से हमेसा से जलता था। और उसकी होने वाली बीबी इतनी चुडैल औरत होगी ये सोच कर उसको गुस्सा आ गया।गुस्से मे वह सबसे कहा कि उसको सौचालय जाना है। और वो वहां से निकल कर सौचालय की तरफ जाने लगा। सौचालय में जाकर जमके मुठ मारने लगा। उसकी होने वाली भाभी की गांड, चूत सब मारने लगा अपने मन ही मन मे। और फिर कुछ देर बाद उसका बीर्ज निकल गया। बीर्ज निकल जाने के बाद उसको बड़ी ही शांति मिली। वो चुपचाप वहा से निकल नेही वाला था कि उसकी नजर उसकी होने वाली भाभी की छोटी बहन पर पड़ी जो उसको अबतक हिलाते हुए देख रही थी। असल मे बात ये है कि चिन्टु हिलाने की जल्दी मे दरवाजा बंद करना भुल गया था। उसको देखकर चिन्टु बोहोत घबरा गया। उसको समझ मे ही नही आ रहा था कि वो क्या करे।

इस वक़्त चिन्टु की होने वाली भाभी की बहन के शरीर के बारे मे बताना जरूरी है। इस लड़की का नाम मीना है और उसकी बड़ी बहन का नाम माया। मीना अभी कॉलेज के पहले बर्ष की छात्री है। इतनी वक़्त तक वह यहा नही थी किउंकि वह कॉलेज मे थी। अभी अभी कॉलेज से लौट कर हाथ और मुह धोने रही थी। बैग भी नही रखा था उसने। और उसी वक़्त चिन्टु हिला रहा था। ये लड़की भी बोहोत चुडैल थी। उसकी कमर करीब २८ इंच, छाती करीब ३८ इंच, और गांड करीब ३४ इंच। उसके दूध बिल्कुल नारियल की तरह गोल थे। वो चिन्टु की तरफ देखकर हस रही थी और कह रही थी कि, "कम से कम दीदी के आपके घर जाने तक तोह रुक सकते थे आप"। ये सुनकर चिन्टु को सदमा लगा। वह समझ गया कि मीना एक कामूक लड़की है। उसने कहा कि, "अब क्या करे बहन जी, आपकी दीदी को देखकर रहा नही गया मुझसे "। ये सुनकर वह और जोरसे हँसने लगी। उसने कहा, "आप तोह बरे मजाकिया इंसान हैं"।चिन्टु अब इस लड़की को चोदने के बारे में सोचने लगा। पहले उसने अछे से मीना को पैर से लेकर सर तक अच्छे से देख लिया। कॉलेज जाने से पहले उसने जीन्स और टॉप पहना था। जीन्स में उसकी गांड बोहोत टाइट और बड़ी लग रही थी। चिन्टु ने उससे कहा, "आपकी दीदी बोहोत सेक्सि है, मगर आप भी उससे कुछ कम नही हैं"। चिन्टु के मुह से अपनी तारिफ सुनकर वह खुस हो गयी। और फिर चिन्टु की तरफ देखकर सेक्सि नज़र देने लगी। चिन्टु ने इस मौके का फायदा उठाते हुए उसके पिछवारे पर हाथ लगाना शुरू कर दिया और उसको चुम्मा करने लगा। मीना ने कहा, " अरे भैया रुकिए ज़रा कोई देख लेगा, चलिए घर के पीछे वाले स्टोररूम में चलते हैं"।चिन्टु ने उसकी बात मान ली और वह दोनों स्टोररूम की तरफ जाने लगे। जाते जाते चिन्टु मीना की गांड में थप्पड़ मारने लगा। वहां पहुच ने के बाद उन्होंने देखा कि वहाँ एक लकड़ी और रस्सी से बना हुया खटिया है। चिन्टु ने मीना को उस खटिये के ऊपर सुलाया। फिर उसके कपड़े उतारने लगा। उसका गोरा बदन और काले रंग के चुचे देख कर वह पागल हो गया। उसने उसके चुचो को चूसना शुरू किया। ज़िन्दगी में पहली बार किसी मर्द का स्पर्श अपने चुचो मे पाकर मीना "आह आह और चुसो और चुसो" कहने लगी। और चिन्टु भी मीना की चुचो को जोर जोर से दबाने और चूसने लगा। दूध के बाद चिन्टु धीरे धीरे नीचे की तरफ जाने लगा। जैसे ही उसने मीना की नाभि पर मुह लगाया तोह वह सेक्स के मारे छटफटाने लगी। और चिन्टु भी उसकी नाभि का मजा लेने लगा। उसका पेट इतना मुलायम था कि चिन्टु का जी कर रहा था कि उसको खा जाय। अब चिन्टु धीरे धीरे उसकी जीन्स उतारने लगा और कुछ ही देर में मीना बस पैंटी पहने हुए चिन्टु के सामने थी। मीना ने काले रंग की सिल्क की पैंटी पहनी थी जिसमे सिर्फ चूत और गांड ढके हुए थे। बाकी हिस्से में बस एक पतला धागा था। चिन्टु ने धीरे धीरे उसकी पैंटी उतारी। इसके बाद मीना पूरी नंगी हो गयी। उसको एक बार फिर अच्छे से देख लिया चिन्टु ने। वह बिल्कुल कच्ची कलि थी। और अब उसकी नजर चूत के ऊपर पड़ी। ऐसा लग रहा था कि किसीने आधा संतरा रख दिया था उधर। संतरे को चीरने के बाद जोह चुत की तरह दिखता है वैसी लग रही थी मीना की चुत। एकदम लाल और छोटे छोटे बालो से भरा।

चिन्टु अपनी उंगली से उसकी चुत को रगड़ने लगा और थोड़ा थोड़ा अंदर घुसाने लगा। पर ज्यादा अंदर तक नही घुसा पाया किउंकि वह अभी तक कुँआरी थी। मीना अपने मुह से, "ऊह आह अंदर डाल दो मेरे" कहने लगी। चिन्टु ने उसको पूछा कि, "तुम तोह अभी कुँआरी हो तोह तुमको सेक्स के बारे में इतना कैसे मालूम?" उसने जबाब दिया कि , "मैं और मेरी दीदी खाली वक्त पर एक दूसरे की दूध और चुत में हाथ लगाते हैं। और दीदी तोह बार बार मेरी चुत को रगड़ रगड़ के पानी निकाल देती है मेरा। और मेरी गांड में तेल लगाकर उंगलिया घुसाती है। मुझे बोहोत मजा आता है। मैं भी अपनी दीदी की चूत में उंगली करती हूं। उनका भी पानी निकलती हूं मैं"। ये सुनकर चिन्टु समझ गया कि इस घरकी दोनो लडकिया ही बोहोत कामुक है। उसने और जोर से उसकी चुत को रगड़ना चालू किया। उसने खुसी के मारे चिन्टु के सर को पकड़ के अपनी चुत के ऊपर रख लिया। चिन्टु भी अपनी जीभ निकाल कर उसकी चुत चाटने लगा। ऐसे कुछ देर तक चाटने के बाद उसकी चुत का पानी निकल गया। चिन्टु ने खुसी खुसी वह चुत का पानी पी लिया। अब चिन्टु का लैंड पैंट के अंदर से बाहर निकलने के लिये तड़पने लगा। पर उसके पास कंडोम नही था। उसने मीना से पूछा तो उसने बताया कि कॉलेज में वह और उसकी सहेलियाँ एक दूसरे की चुत मे खीरा, गाजर, मूली, पाउडर की बोतल ये सब घुसाते हैं। इएलिये वह लोग उन चीजो के ऊपर कंडोम लगा देती हैं जिससे कि कोई इंफेक्शन ना हो जाये चुत मे। इसके बाद मीना ने अपनी पैंट से एक कंडोम का पैकेट निकाला और चिन्टु के हाथ मे दिया। चिन्टु ने भी अपनी पैंट उतार कर अपने लैंड के ऊपर कंडोम लगा लिया। फिर उसने मीना की चूत के ऊपर अपना लैंड सेट किया और एक ही झटके मे पूरा अंदर डाल दिया। मीना जोर से, "है रे मार गयी मै" कहकर चुप हो गयी। इसके बाद चिन्टु धीरे धीरे उसकी चुत मारने लगा। कच्ची कली मीना की चुत बोहोत ही मस्त थी। उसको मारने मे उसे बोहोत मजा आ रहा था। मारते मारते वह उसके दूध दबाने लगा और चुचो को चूसने लगा। मीना भी मजे लेने लगी और उसने चिन्टु को चुमना शुरू किया। इसके बाद चिन्टु और मजे मे आ गया और उसने चोदते चोदते उसकी गांड के छेद पर उंगली कर दी और उंगली को घुसाने और निकालने लगा। इससे मीना की आंखों मे पानी आ गया और वह बोली कि, "दर्द हो रहा है, ऐसा मत करो"। उसकी आँखों मे पानी देख कर चिन्टु रुक गया। उसने पूछा, "कही पर तेल है क्या? तेल लगा दूंगा तोह बिल्कुल दर्द नही होगा"। इसे सुनकर मीना ने कहा कि उसके बैग मे वेसिलीन है। इसके बाद चिन्टु ने अछि तरह से उसकी गांड मे वेसिलीन लगाई और फिर चुत मारना और गांड मे उंगली करना शुरू किया। अब मिना के दोनों छेडो को एकसाथ फोड़ा जा रहा था। उसे बोहोत मजा आ रहा था। उसने चिन्टु के सिर को फिरसे अपनी छाती से लगा लिया और आह ऊह आवाज करने लगी। अब चिन्टु ने ठीक किया कि उसकी गांड लेगा और वह भी कुतिया की तरह। उसने मीना को अपनी गांड उची करके कुतिया की तरह होने को बोला। मीना ने वैसा ही किया। फिर चिन्टु ने मीना की गांड के उपर अपना लैंड सेट किया। मीना ने बोला, "धीरे धीरे मेरी गांड लेना। मुझे इसका ज्यादा अनुभब नही है"। चिन्टु ने पहले उसकी गांड देखी अछि तरह से। बोहोत बड़ी गांड थी वो और उसका छेद बोहोत छोटा और हल्का काला। उसने धीरे से अपने लंड को धक्का दिया तोह वह अन्दर नही गया। फिर उसने थोड़ा वेसिलीन अपने लंड मे लगाकर जोर से धक्का दिया तोह उसका लंड पूरा अंदर चला गया । मीना दर्द के मारे चीख उठी और धीरे धीरे करने को कहने लगी। ये सुनकर चिन्टु धीरे धीरे उसकी गांड मारने और दोनों हाथों से उसके दूध दबाने लगा। मारते मारते मीना भी मजा लेने लगी और जोर से करने को बोली। तोह चिन्टु भी जोर जोर से उसकी गांड मारने और उसकी चुत पर उंगली घुसने लगा। अपने दोनो छेदो पर एकसाथ इतना मजा मीना को पहले कभी नही मिला था। उसने जल्दी ही अपना मूत निकाल दिया। मूत निकल जाने के बाद मीना थोड़ा थक गई थी। तोह चिन्टु ने उसको चुम्मा देकर फिरसे चुस्त कर दिया। अब वह उसको सीधा करके सुलाकर उसकी गांड लेने लगा। अब चिन्टु ने एक खतरनाक काम किया। उसने कंडोम निकाल लिया और खाली लंड के जरिये मीना की गांड लेने लगा। मीना ने कहा ऐसा मत करो। चिन्टु ने कहा की गांड मे बीर्ज देने से कुछ नही होगा। अब चिन्टु बोहोत जोर जोर से मीना की गेंद मारने लगा और उसकी चूची को उंगलियो से मसलने लगा। मीना ने फिरसे अपनी चुत का पानी छोर दिया। इसके बाद ही चिन्टु ने अपने बीर्ज से मीना की गांड को पूरा भर दिया। इसके बाद दोनों ही थक कर एक दूसरे के ऊपर सो गये करीब १५ मिनट के लिये।

इसके बाद दोनों ने अपने कपड़े पहन लिए और एक दूसरे को एक और बार चुम्मा दिया। मीना ने कहा कि, "करीब एक घंटे से ज्यादा हो गया है। अब तुम जाओ, मुझे कॉलेज से घर आते हुए किसीने नही देखा। जब जब हमारे घर आओगे तब तब हम दोनों मजा करेंगे"। चिन्टु ने कहा, "क्या मेरी होने वाली भाभी भी तुम्हारी तरह है। अगर है तोह उनको बोलना की जब भैया आफिस जाएंगे तोह मुझे मौका दे। मै उनको खुस कर दूंगा"। मीना बोली कि, "दीदी तोह मुझसे भी बड़ी रंडी है। उसकी चुत और गांड तोह उसके कॉलेज मे बोहोत फेमस थी"। आप चिंता ना करें। मै दीदी को आपके बारे मे आज रात को ही बोल दूंगी।

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