बिपाशा की नई जिन्दगी-३

बिपाशा की नई जिन्दगी-३

गृहिणी की चूदाई कहानी की इस कहानी में मैं आपको बिपाशा नाम की एक गृहिणी की घर की बहु से रंडी बनने की चूदाई कहानी बताऊंगा। घर की बहू से वो बनी रंडी और उसकी चूत ओर गांड दोनो को जबरदस्त चोदा गया।

विशेष सूचना: ये कहानी और इसके सारे चरित्र काल्पनिक है। किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति के साथ इनका सादृष्य केवल एक संयोग है।

अगर आपने इस कहानी का पिछला भाग नहीं पड़ा है तोह उसे पड़ने के लिए यहां क्लिक करें👇

बिपाशा की नई जिन्दगी–2

रात के खाने के बाद, बर्तन धो रही थी बिपाशा। पिछले कुछ दिनों से, उसका जीवन बहुत बदल गया है। उसके लड़के को ज्यादातर समय कमलेश साहब के साथ रहना पड़ता है। उसको अपने फ्लैट का काम खत्म करने के बाद कमलेश साहब का काम भी करना पड़ता है। कमलेश सहाब को जैसे नई पत्नी मिल गई है। उन्होंने अपने काम करने वाली बाई को छुड़बा दिया है।कभी-कभी वह रात में भी कमलेश साहब के साथ सो जाती है। इसके अलावा, बेलगाम सेक्स तो है ही। दूसरे सब्दो में कहें तो बिपाशा उनकी दासी बन चुकी थी।


बर्तन धोते वक़्त उसने सोचा की उन्होने उसके उपर सुबह से ज़रा भी अत्याचार नही किया है। दूसरे दिन तोह वो उसके साथ कम से कम तीन या चार बार संभोग करते हैं। अचानक दरवाजे पर घंटी बजने की आवाज हुई। अभीतक उसने कमलेश साहब के पास किसी को आते नहीं देखा। सज्जन अकेला रहते हैं। काम वाली बाई को भी उन्होंने अब काम से निकाल दिया है। इसके अलावा इतनी रात को कौन आ सकता है। उसने जब दरवाजे की तरफ अपनी आँखें घुमाईं तो एक सज्जन को कुर्ता पजामा पहने देखा। काली भैंस की तरह त्वचा का रंग, मजबूत शरीर, इसके ऊपर आँखों पर सुरमा है। पूरे घर में इत्र की खुशबू घूम रही है। ठोड़ी के पास थोड़ी सी दाढ़ी। उम्र कमलेश साहब की तरह होगी। उनको देखकर कमलेश साहब खड़े हो गए और मुस्कुराते हुए बोले, "आओ नवाज़ुद्दीन, आओ, इतनी देर से क्यों आये?"


उसने महसूस किया कि यह वही शख्स है। जिसके साथ उसे फोन पर गंदी बातें करने के लिए मजबूर किया गया था। इस बार कमलेश साहब ने उसे अपने पास बुलाया। सिर झुकाए बिपाशा आगे आई। नवाज उसकी ओर चौड़ी आँखों से देखने लगा।


उसने अब हल्के भूरे रंग की साड़ी और आसमानी रंग की ब्लाउज पहनी है। काम की सुविधा के लिए, साड़ी छाती की तरफ संकीर्ण हो गई है। बगल और निपल्स पर पसीना जमा हो गया है। ब्लाउज के गीले क्षेत्र लगभग पारदर्शी हो गए हैं और बाहर से बिपाशा बोहोत हॉट और सेक्सी लग रही है।। गोर चेहरे पर हल्के पसीने का एक संकेत। साड़ी को नाभि से एक इंच नीचे उतारा गया हुया है। दुबले पेट पर पसीने का इशारा। ऐसी हालत में उसे देखकर नवाजुद्दीन ने एक बार उसके ऊपरी होंठ को अपनी जीभ से चाटा। तब उन्होंने प्रशंसा के लहजे में कहा, 'माशाअल्लाह, ईश्वर ने आपको क्या रूप दिया है, जब आप को देखता हुँ, तो आप मूझे स्वर्ग की कोई परी जैसी महसूस होती हैं।'


इन शब्दों को सुनकर बिपाशा कुछ नहीं कह सकीं। यह आदमी क्या करना चाह रहा है? वह सिर झुकाए खड़ी रही। उसे चुप देखकर, कमलेश साहब ने नवाजुद्दीन से कहा कि इस रंडी को इतना सम्मान देने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी पहचान ये है कि यह हमारी पालतू रंडी है। हम आज रात इसका आनंद लेंगे।


कमलेश सहाब की बातें सुनकर बिपाशा के शरीर पर जैसे काटें चुभ रहे हैं। अभी उन्होंने क्या कहा! हम इसका आनंद लेंगे! इसका मतलब है कि अब उसे दो लंड की यातना सहनी होगी। दोनों मजबूत आदमी हैं। सेक्स करते समय एक से ही उसकी जान निकल जाती है, वह कल्पना भी नहीं कर सकता कि अगर दो हो तो क्या होगा। बिपाशा समझ गई कि आज पूरे दिन का सन्नाटा एक तूफान का पुरबसंकेत था। लेकिन इन दोनों तूफानों को अकेले कैसे संभालेगी वह!


इस बीच, कमलेश सहाब और नवाजुद्दीन दोनों सोफे पर बैठ चुके हैं।कमलेश साहब ने उसका हाथ पकड़कर उन दोनों के बीच में उसे बिठा दिया। फिर दोनों उसके शरीर के करीब बैठ गए। दोनों के बीच, बिपाशा मानो एक सैंडविच की तरह दब रही है। नवाज़ुद्दीन ने अपना एक हाथ उसके दूध पर रख दिया, फिर धीरे-धीरे दूध को छूने लगे। इस बीच, बिपाशा के पेट पर कमलेश साहब अपना हाथ घुमा रहे हैं। बिपाशा ने अपनी आँखें बंद कर ली हैं। उसने यह तय करने के लिए भगवान को छोड़ दिया कि आज रात उसके साथ क्या होगा। नवाजुद्दीन ने अपना एक हाथ उसके ब्लाउज के अंदर डाल दिया। इसके बाद उसके स्तनों को दबाने लगा।


कमलेश साहब का हाथ भी ऊपर की तरफ उठ रहा है। इस बार आसिफ ने ब्लाउज के अंदर से ब्लाउज को पकड़ा और खींच लिया। उसका ब्लाउज फट गया। उसने इस गर्मी में ब्रा नहीं पहनी थी। जैसे ही उन्होंने उसका ब्लाउज उतारा, उसके स्तन उछल पड़े। पतली साड़ी नग्न स्तनों को कवर करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। पसीने से लथपथ शरीर के साथ साड़ी शरीर के निशानों को और अधिक स्पष्ट बना रही है। उसके एक निप्पल ने कपड़े को उठाकर रखा है और दूसरा नग्न है।


इस बार दोनों ने दोनों तरफ से दूध निचोड़ना शुरू कर दिया। वे आटे की तरह बिपाशा के नरम दूधो को सान रहे हैं। वह डर गई थी, उसके दो स्तन गुब्बारे की तरह कही फट ना जायें। थोड़ी देर दूध निचोड़ने के बाद, उन्होंने दूधो को मुंह से चूसना शुरू कर दिया। बिपाशा के अब दो दूधो में दो मुह हैं। ऐसा लग रहा था कि दूध से खून निकलेगा। इस बार कमलेश साहब ने उसके दूध को दांतों से काटना शुरू कर दिया है। दूसरी तरफ नवाज़ुद्दीन ने उसकी साड़ी ढीली की और अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डाल दी। नवाजुद्दीन मियाँ की मोटी उंगलियाँ उसकी चूत के अंदर गुदगुदी कर रही हैं। वोह उसकी जवान चूत को सहला रहे हैं। जुड़वाँ यातनाओं से बिपाशा के चूत का पानी निकल रहा है। हालाँकि वह दर्द में है, लेकिन उसके पास उन्हें रोकने की ताकत नहीं है। उसे कमजोर शरीर के साथ यातना सहनी पड़ रही है।


नवाज़ुद्दीन को अब उसका सबसे संवेदनशील हिस्सा मिल गया है। नवाजुद्दीन ने एक छोटे से बादाम की तरह अपने अंगुलियों से उसकी चूत के ऊपरी हिस्से को रगड़ना शुरू कर दिया है। उनके होंठ अब उसके दूध छोड़ कर चहरे पर आ गए हैं। उन्होंने असंख्य चुंबनो के साथ उसके गाल और होंठ भर दिए हैं। उसके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में उनके सड़ चुके दांतों के निशान दिखाई दे रहे हैं।


इस बार नवाजुद्दीन मिया ने अपना मुँह उसकी ओर किया और उसके होंठों को मुँह में लेकर चूसने लगे। फिर उनहोने अपनी जीभ उसके मुँह में घुसेड़ दी। उनके मुँह की दुर्गंध से उसको उल्टी आ रही थी। नवाज़ुद्दीन मियां की जीभ उसके मुंह के अंदर खेल रही है, अपनी जीभ से उसकी जीभ को रगड़ रही है, उनकी जीभ की नोक उसकी जीभ के चारों ओर घूम रही है। कमलेश साहब अभी भी दूध चूस रहे हैं, इस बार नवाजुद्दीन ने फिर से उसका दूध निचोड़ना शुरू कर दिया और कमलेश साहब ने उनकी चूत को पकड़ लिया। नवाजुद्दीन ने उसके होंठ छोड़ दिए और उसके पूरे शरीर को चाटने लगा। और कमलेश साहब ने उसके होंठ चूमे और उसकी ठोड़ी चूसना शुरू कर दिया। कुछ और ऐसे चटाचट चूसने के बाद वे उठ खड़े हुए।


उनके सामने, वह एक भूखे बाघ के सामने एक असहाय हिरण की तरह लग रही थी। इस बार कमलेश साहब और नवाजुद्दीन मिया दोनों ने अपने कपड़े उतारने की शुरुआत की। बिपाशा ने कमलेश साहब का नग्न चेहरा पहले देखा है। लेकिन यह पहली बार है जब उसने नवाजुद्दीन के लंड को देखा। आकार लगभग कमलेश साहब के समान है, लेकिन यह कोयले के समान काला है। लंड का सिर लिपस्टिक की तरह लाल है। इस बार उन्होंने उसके कपड़े उतारकर उसे भी नंगा कर दिया। एक कमरे में दो नंगे पुरुष और एक नंगी महिला।


वे आदिम खेल शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। नवाज़ुद्दीन मिया बिस्तर पर बैठ गये। कमलेश साहब ने लगभग अपने पैरों से बिपाशा को नवाजुद्दीन की ओर धकेल दिया। बिपाशा का नग्न शरीर नवाज़ुद्दीन के नग्न काले शरीर पर गिर गया। उन्होंने उसे कसकर गले लगाया। फिर उन्होंने अपना लंड उसकी चूत के साथ सेट किया। बिपाशा अब नवाज़ुद्दीन की गोद में हैं। नवाजुद्दीन का काला लंड इस बार उसकी नर्म चूत में चला गया। फिर नवाज़ुद्दीन ने धीरे-धीरे चुदाई करना शुरू कर दिया। फिर उन्होंने धीरे-धीरे चुदाई की गति बढ़ानी शुरू कर दी।


वह नवाजुद्दीन के काले विशाल शरीर के आगे एक गुड़िया की तरह लग रही थी। अब नवाज़ुद्दीन उसे पूरी ताकत से चोदने लगे हैं। बिपाशा उनकी ऐसी चुदाई की गति बर्दाश्त नहीं कर सकती थी। इस बार नवाज़ुद्दीन खड़े हुये और उसे अपनी बाँहों में ले लिया। वह नवाज़ुद्दीन की गर्दन पकड़ी हुई है, अगर वह छूट गया तो वह गिर जाएगी। नवाजुद्दीन अपने दोनों हाथों से उसकी गांड पकड़े हुए हैं। संतुलन बनाने के लिए वह नवाजुद्दीन की कमर को उसके पैरों के चारों ओर लपेटी हुई है। इस बार नवाज़ुद्दीन ने उसे उसी हालत में चोदना शुरू कर दिया।


उसे राहुल ने कई तरह से चोदा है और कमलेश साहब ने भी कई तरीकों से उसका आनंद लिया है। लेकिन उसने कभी इस तरह से चुदाई नहीं खायी की। इतनी जोर से चुदाई के प्रभाव के कारण अपनी आँखों पर वो अंधेरा देख रही थी। बिपाशा के स्तन नवाजुद्दीन की छाती पर सपाट हो गए हैं।लगभग आधे घंटे के लिए, आसिफ एक मशीन की तरह उसे चोदे जा रहा है, इससे अपनी सांस रुक रहि है। वह बस नवाजुद्दीन मियां को कसकर पकड़ी हुई है। उसने एक बार अपना सिर घुमाया और कमलेश साहब को देखा। सोफ़े पर आराम से बैठ कर, चुदाई देख रहे हैँ और अपना लंड हिला रहे हैं। वो अजीब तरह से मुस्कुरा रहे हैं। इस तरह से थोड़ी देर और चुदाई करने के बाद, नवाजुद्दीन मिया ने अपना सारा वीर्य को बिपाशा के छेद में डाल दिया। फिर उन्होंने उसे बिस्तर पर फेंक दिया।


माल निकलने के बाद नवाजुद्दीन का लंड छोटा हो गया। कमलेश सहाब ने उसे खाली पाया और उसकी ओर चले आये। कमलेश सहाब उसकी तरफ कुत्ते की तरह रेंगते हुये आये और पीछे से उसकी मोटी गांड में लंड भर दिया। फिर उसकी चुदाई करना शुरू कर दिया। चोदने के साथ साथ कूल्हों पर थप्पड़ भी मारना शुरू कर दिया।


इस बार नवाज़ुद्दीन मिया अपने दुर्बल हो गए लंड के साथ आगे आए। उन्होंने अपना लंड उसके चेहरे पर लाया और कहा, जान अब मेरे लंड को थोड़ा चूसो और इसे सीधा करो। नवाज़ुद्दीन मियां के काले लंड की गंध ने उसके शरीर को भ्रमित कर दिया। असहमत होकर उसने अपना सिर एक तरफ कर दिया। यह देखकर, केमलेश सहाब ने अपनी उंगलियों से उसके निप्पल को जमके निचोड़ा। बिपाशा ने अपने मुँह से दर्द भरी आवाज़ निकाली। कमलेश सहाब ने कहा, जल्दी से उसका लंड चूसो, नहीं तो मैं तुम्हारा दूध छीन लूँगा। इस बार वह अपना चेहरा नवाज़ुद्दीन मियां के लैंड के पास ले गई।


उसने इससे पहले कभी किसी का लंड अपने मुँह में नहीं लिया था। आसिफ मियाँ का बड़ा लंड अब छोटा हो गया है। लंड के चारों ओर घने काले बालों के बीच में दो बीज हैं। उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और निगल गयी। फिर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। वह आखिरी बार याद नहीं कर सके कि उसने कब लॉलीपॉप खाया, लेकिन यह उसका पहला अनुभव है। वह घृणा में अपनी आँखें बंध करके चूस रही है। उसके चूसने के बाद नवाजुद्दीन मियां का लंड फिर से खड़ा हो गया। इस बार नवाजुद्दीन ने उसे बालों से पकड़ा और उसके चेहरे की चुदाई करने लगे। इस बीच, कमलेश सहाब की चुदाई तो चल ही रही है।

दस मिनट के बाद, कमलेश सहाब ने बिपाशा की चूत में अपना माल फेंक दिया। फिर नवाज़ुद्दीन मिया ने भी माल उसके चेहरे पर फेंक दिया। कमलेश सहाब ने उसके गोरे गालो को दबाया और कहा, खाने की एक भी बूंद मत फेंको, पूरी चीज खाओ। डरते हुए उसने नवाज़ुद्दीन का सारा गर्म नमकीन वीर्य खा लिया।

कहानी का अगला भाग पड़ने के लिए यहां क्लिक करें👇

बिपाशा की नई जिन्दगी–4

हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ें👇

https://t.me/hindi_kahani_chudai